MP Primary School Teacher Eligibility Test 2024 Exam Pattern & Syllabus
Madhya Pradesh Primary School Teacher Eligibility Test 2024
Exam Pattern & Syllabus
The Madhya Pradesh Employees Selection Board (MPESB) has released the Syllabus and Exam Scheme for the Primary School Teacher Eligibility Test (PSTET) 2024. All interested and eligible candidates can easily access the complete syllabus for the Madhya Pradesh Primary Teacher Eligibility Test in Hindi online. Additionally, candidates can download the syllabus in PDF format using the link provided below. This information has been taken from the official notification available on the official website of the Madhya Pradesh Employees Selection Board, Bhopal, at esb.mp.gov.in.
Exam Pattern
The eligibility exam will consist of a 150-mark question paper. The duration of the exam will be 2 hours and 30 minutes. Each question will carry 1 mark, and there will be no negative marking. All questions in the eligibility exam will be multiple-choice (MCQ) with four options, out of which one option will be correct. The structure and content of the exam are as follows:
Exam Structure and Content:
Part |
Subject (All Compulsory) |
Number of Questions |
Total Marks |
(i) |
Child Development & Pedagogy |
30 |
30 |
(ii) |
Language-I |
30 |
30 |
(iii) |
Language-II |
30 |
30 |
(iv) |
Mathematics |
30 |
30 |
(v) |
Environmental Studies |
30 |
30 |
Total |
|
150 |
150 |
Nature and Standard of Questions:
-
Child Development & Pedagogy questions will be based on the educational psychology of teaching and learning for the age group of 6-11 years. These questions will focus on understanding characteristics, needs, psychology of different types of learners, interaction with learners, and qualities of a good facilitator for teaching.
-
Language-I questions will be based on proficiency in the language chosen by the candidate in the application form.
-
Language-II will be different from Language-I. Candidates can choose from Hindi, English, Sanskrit, or Urdu in the application form. Questions for Language-II will focus on elements of language, communication, and comprehension abilities.
-
Mathematics and Environmental Studies questions will be based on the understanding of the subject concepts, problem-solving, and pedagogy.
Note :- The questions will be based on topics from the current syllabus/textbooks of classes 1 to 5 of Madhya Pradesh state, but their difficulty level and relevance can be up to the high school level.
Syllabus
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (Child Development & Pedagogy) - 30 प्रश्न
1. बाल विकास - 15 प्रश्न
- बाल विकास की अवधारणा और इसका अधिगम से संबंध।
- विकास और इसे प्रभावित करने वाले कारक।
- बाल विकास के सिद्धांत।
- बालकों का मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार संबंधी समस्याएँ।
- वंशानुक्रम और वातावरण का प्रभाव।
- समाजीकरण की प्रक्रियाएँ: सामाजिक जगत और बच्चे (शिक्षक, अभिभावक, साथी)।
- पियाजे, पावलव, कोहलर और थार्नडाइक: उनके सिद्धांत और आलोचनात्मक स्वरूप।
- बाल केंद्रित और प्रगतिशील शिक्षा की अवधारणा।
- बुद्धि की संरचना का आलोचनात्मक विश्लेषण और उसका मापन, बहुआयामी बुद्धि।
- व्यक्तित्व और उसका मापन।
- भाषा और विचार।
- जेंडर का सामाजिक निर्माण, जेंडर की भूमिका, लिंगभेद और शैक्षिक प्रथाएँ।
- अधिगमकर्ताओं में व्यक्तिगत भिन्नताएँ, और इन भिन्नताओं की समझ (भाषा, जाति, लिंग, संप्रदाय, धर्म आदि के आधार पर)।
- अधिगम के लिए आंकलन और अधिगम में आंकलन के बीच का अंतर, शाला आधारित आंकलन, सतत और समग्र मूल्यांकन: स्वरूप और प्रथाएँ।
- अधिगमकर्ताओं की तैयारी के स्तर का आंकलन करने के लिए उपयुक्त प्रश्नों का निर्माण, कक्षा में अधिगम को बढ़ाने के लिए आलोचनात्मक चिंतन, और अधिगमकर्ताओं की उपलब्धि का आंकलन।
2. समावेशी शिक्षा की अवधारणा और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की समझ - 5 प्रश्न
- अलाभान्वित और वंचित वर्गों सहित विविध पृष्ठभूमियों से आने वाले अधिगमकर्ताओं की पहचान।
- अधिगम कठिनाइयों और 'क्षति' से ग्रस्त बच्चों की आवश्यकताओं की पहचान।
- प्रतिभाशाली, सृजनात्मक और विशेष क्षमताओं वाले अधिगमकर्ताओं की पहचान।
- समस्याग्रस्त बच्चों की पहचान और निदानात्मक पहलू। बाल अपराध: कारण और प्रकार।
3. अधिगम और शिक्षा शास्त्र (Pedagogy) - 10 प्रश्न
- बच्चे कैसे सोचते हैं और सीखते हैं, बच्चे शाला प्रदर्शन में सफलता प्राप्त करने में क्यों और कैसे असफल होते हैं।
- शिक्षण और अधिगम की मूलभूत प्रक्रियाएँ, बच्चों के अधिगम की रणनीतियाँ, अधिगम एक सामाजिक प्रक्रिया के रूप में और अधिगम का सामाजिक संदर्भ।
- समस्या समाधानकर्ता और वैज्ञानिक अन्वेषक के रूप में बच्चा।
- बच्चों की त्रुटियों को अधिगम प्रक्रिया में सार्थक कड़ी के रूप में समझना और बच्चों में अधिगम की वैकल्पिक धारणाओं की पहचान।
- अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक: अवधान और रुचि।
- संज्ञान और संवेग।
- अभिप्रेरणा और अधिगम।
- अधिगम में योगदान देने वाले व्यक्तिगत और पर्यावरणीय कारक।
- निर्देशन और परामर्श।
- अभिक्षमता और उसका मापन।
- स्मृति और विस्मृति।
हिन्दी भाषा (Hindi Language) - 30 प्रश्न
1. भाषायी समझ/अवबोध - 15 प्रश्न
भाषायी समझ या अवबोध के लिए दो अपठित पाठ दिए जाएंगे, जिनमें से एक गद्यांश होगा (जैसे नाटक, एकांकी, घटना, निबंध, कहानी आदि से) और दूसरा पद्य (कविता) के रूप में होगा। इन अपठित अंशों में से समझ, व्याख्या, व्याकरण और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। गद्यांश साहित्यिक, वैज्ञानिक, सामाजिक समरसता या तात्कालिक घटनाओं पर आधारित हो सकते हैं।
2. भाषायी विकास हेतु निर्धारित शिक्षा शास्त्र - 15 प्रश्न
- भाषा सीखना और ग्रहणशीलता।
- भाषा शिक्षण के सिद्धांत।
- भाषा शिक्षण में सुनने और बोलने की भूमिका, भाषा के कार्य, और बच्चे भाषा का उपयोग कैसे करते हैं।
- मौखिक और लिखित अभिव्यक्ति में भाषा सीखने के दौरान व्याकरण की भूमिका।
- विभिन्न स्तरों के बच्चों के लिए भाषा शिक्षण की चुनौतियाँ, कठिनाइयाँ, त्रुटियाँ, और क्रमबद्धता।
- भाषा के चारों कौशलों (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) का मूल्यांकन।
- कक्षा में शिक्षण-अधिगम सामग्री, पाठ्यपुस्तक, दूरसंचार (दृश्य और श्रव्य) सामग्री, और बहुस्तरीय संसाधन।
- पुनः शिक्षण (रिमेडियल टीचिंग) की प्रक्रिया।
English Language - 30 Questions
1. Comprehension - 15 Questions
Two unseen prose passages (which may be discursive, literary, narrative, or scientific) will be provided with questions focusing on comprehension, grammar, and verbal ability.
2. Pedagogy of Language Development - 15 Questions
- Learning and acquisition of language.
- Principles of teaching a second language.
- Language skills: listening, speaking, reading, and writing.
- The role of listening and speaking, the function of language, and how children use it as a tool for communication.
- The role of grammar in language learning for expressing ideas verbally and in writing.
- Challenges of teaching language in a diverse classroom, addressing language difficulties.
- Teaching-learning materials: textbooks, multimedia resources, and the multilingual environment in the classroom.
- Evaluating language comprehension and proficiency in listening, speaking, reading, and writing.
- Remedial teaching (re-teaching) for language learning.
संस्कृत भाषा (Sanskrit Language) - 30 प्रश्न
1. भाषायी समझ/अवबोध - 15 प्रश्न
भाषायी समझ या अवबोध के लिए दो अपठित पाठ दिए जाएंगे, जिनमें एक गद्यांश (नाट्यांश, निबंध, कथा आदि से) और दूसरा पद्य के रूप में होगा। इन अपठित अंशों से समझ, व्याकरण, और मौखिक योग्यता से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। गद्यांश साहित्यिक, सामाजिक समरसता या तात्कालिक घटनाओं पर आधारित हो सकता है।
2. भाषायी विकास हेतु निर्धारित शिक्षा शास्त्र - 15 प्रश्न
- भाषा सीखने और ग्रहणशीलता की प्रक्रिया।
- भाषा शिक्षण के सिद्धांत।
- भाषा शिक्षण में सुनने और बोलने की भूमिका, भाषा के कार्य, और बच्चे कैसे भाषा का उपयोग करते हैं।
- मौखिक और लिखित अभिव्यक्ति के दौरान भाषा सीखने में व्याकरण की भूमिका।
- भाषा शिक्षण में विभिन्न स्तरों के बच्चों की चुनौतियाँ, कठिनाइयाँ, त्रुटियाँ, और क्रमबद्धता।
- भाषा के चारों कौशल (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) का मूल्यांकन।
- कक्षा में शिक्षण-अधिगम सामग्री, पाठ्यपुस्तक, दूरसंचार (दृश्य और श्रव्य) सामग्री, और बहुस्तरीय संसाधन।
- पुनः शिक्षण (रिमेडियल टीचिंग) की प्रक्रिया।
उर्दू भाषा (Urdu Language) - 30 प्रश्न
1. जामे सलाहियत पर मबनी सवालात - 15 सवालात
- दो गैर-दरसी इक्तिबासात (मालूमाती, अदबी, बयानिया, या साइंसी) पर आधारित।
- सलाहियत पर मबनी सवालात, व्याकरण, और ज़बानी योग्यता पर आधारित सवालात।
2. ज़बान के नशवोनुमा और तदरीसी तरीके - 15 सवालात
- ज़बान का सीखना और याद रखना।
- ज़बान की तदरीस के असूल।
- सुनने और बोलने की एहमियत, ज़बान का काम, और बच्चे जुबान का कैसे इस्तेमाल करते हैं।
- ज़बान सीखने में विचारों का ज़बानी और तहरीरी इज़हार, और इसमें व्याकरण (कवायद) की भूमिका।
- क्लासरूम में विभिन्न तालीमी स्तर वाले बच्चों की ज़बान की मुश्किलात, गलतियाँ, और बेतरतीबियों का समाधान।
- ज़बान की चारों महारतें (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना)।
- ज़बान पर महारत के आकलन के लिए बोलना, सुनना, पढ़ना और लिखना।
- तालीमी इमदादी सामग्री (TLM), दरसी कुतुब, मल्टीमीडिया सामग्री, और क्लासरूम में विभिन्न ज़बानों का स्रोत।
- तदारकी तदरीस (रीमेडियल टीचिंग)।
निसाबी मोजूआत:
- असनाफ-ए-नस्त्र: कहानी, मालूमाती मज़ामीन, ड्रामा, मकालमा।
- असनाफ-ए-नज़्म: नज़्म, गीत।
- ग्रामर: इस्म, ज़मीर, फ़ेअल, सिफ़त, जिंस, ज़माना, जुम्ले व मुहावरे, वाहिद-जमा, मुज़क्कर-मोअन्नस, तज़ाद, नज़्म और गीत की विशेषताएँ।
- ख़तूत और दरख्वास्त नवीसी।
- गैर-दरसी इक्तिबास।
- मज़मून नवीसी (निबंध लेखन)।
गणित (Mathematics) - 30 प्रश्न
1. विषयवस्तु (Content) - 15 प्रश्न
- संख्या पद्धति: 1000 से बड़ी संख्याओं को पढ़ना और लिखना, 1000 से बड़ी संख्याओं के स्थानीय मान की समझ और चार मूलभूत संक्रियाएँ।
- जोड़ना और घटाना: पाँच अंकों तक की संख्याओं को जोड़ना और घटाना।
- गुणा: 2 या 3 अंकों वाली संख्याओं का गुणा करना।
- भाग: दो अंकों वाली संख्याओं से चार अंकों वाली संख्याओं का भाग करना।
- भिन्न: भिन्न की अवधारणा, सरलतम रूप, समभिन्न और विषम भिन्न। भिन्नों का जोड़ना, घटाना, गुणा और भाग, समतुल्य भिन्न, भिन्न को दशमलव में और दशमलव को भिन्न में परिवर्तित करना।
- माप: लंबाई, भार, और आयतन की बड़ी और छोटी इकाइयों के बीच संबंध। बड़ी इकाइयों को छोटी इकाइयों में और छोटी इकाइयों को बड़ी इकाइयों में बदलना।
- आयतन: ज्ञात इकाइयों में किसी ठोस वस्तु का आयतन ज्ञात करना।
- मुद्रा और समय: पैसा, लंबाई, भार, आयतन, और समय अंतराल से संबंधित प्रश्नों में चार मूलभूत गणितीय संक्रियाओं का उपयोग करना।
- मापन: मीटर को सेंटीमीटर और सेंटीमीटर को मीटर में परिवर्तित करना।
- पैटर्न: संख्याओं से जुड़े पैटर्न की समझ और उसे आगे बढ़ाना, संक्रियाओं के आधार पर सामान्यीकरण करना, त्रिभुजीय और वर्ग संख्याओं के पैटर्न को पहचानना।
- ज्यामिति: किरण, रेखाखंड, कोण (कोणों का वर्गीकरण), त्रिभुजों का वर्गीकरण (1) भुजाओं के आधार पर (2) कोणों के आधार पर। त्रिभुज के तीनों कोणों का योग 180° होना।
- वृत्त: वृत्त के केंद्र, त्रिज्या, और व्यास की पहचान और समझ। वृत्त, त्रिज्या, और व्यास के बीच संबंध, सममित आकृतियाँ, समानांतर और लम्बवत रेखाओं की समझ।
- क्षेत्रफल और परिमाप: त्रिभुज, आयत, और वर्ग जैसी सरल ज्यामितीय आकृतियों का क्षेत्रफल और परिमाप ज्ञात करना। 2D आकृतियों की पहचान।
- आँकड़े: दैनिक जीवन से संबंधित विभिन्न आँकड़ों को एकत्र करना, घड़ी का समय घंटे और मिनट में पढ़ना और उसे AM और PM में व्यक्त करना।
- समय: 24 घंटे की घड़ी का 12 घंटे की घड़ी से संबंध। दैनिक जीवन की घटनाओं में लगने वाले समय अंतराल की गणना। गुणा और भाग में पैटर्न की पहचान करना। दंड आलेख के माध्यम से आँकड़ों को प्रदर्शित करना और उससे निष्कर्ष निकालना। सममिति पर आधारित ज्यामितीय पैटर्न।
2. Pedagogical Issues - 15 प्रश्न
- गणित शिक्षण: चिन्तन और तर्कशक्ति का विकास।
- गणित का पाठ्यक्रम में स्थान: गणित का महत्व और उसकी भूमिका।
- गणित की भाषा: गणित की संज्ञाओं और अवधारणाओं को समझना।
- शैक्षणिक सामग्री: परिवेश-आधारित उपयुक्त शैक्षणिक सहायक सामग्री का निर्माण और उसका प्रभावी शिक्षण में उपयोग।
- मूल्यांकन विधियाँ: निदानात्मक परीक्षण और पुनः शिक्षण की क्षमता का विकास। कक्षा में गणित शिक्षण की नवीन विधियों का उपयोग।
पर्यावरण अध्ययन (Environmental Study) - 30 प्रश्न
A. विषयवस्तु (Content) - 20 प्रश्न
-
हमारा परिवार, हमारे मित्र:
- परिवार और समाज के बीच सहसंबंध, बड़े-बूढ़ों, बीमारों, किशोरों, और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की देखभाल और उनके प्रति संवेदनशीलता।
- पालतू पशु-पक्षी, मालवाहक पशु, और हमारे परिवेश में मौजूद जीव-जन्तु, प्रदूषण का जानवरों पर प्रभाव।
- स्थानीय पेड़-पौधे और पेड़-पौधों की मनुष्यों के साथ अन्तःनिर्भरता, वनों की सुरक्षा, पेड़-पौधों पर प्रदूषण का प्रभाव।
- प्रमुख प्राकृतिक संसाधन, उनका संरक्षण, ऊर्जा के पारंपरिक और नवीकरणीय स्त्रोतों की जानकारी।
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खेल एवं कार्य:
- खेल, व्यायाम और योगासन की भूमिका।
- पारिवारिक उत्सव, मनोरंजन के साधन जैसे किताबें, कहानियाँ, कठपुतली नाटक, मेला और सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- विभिन्न उद्योग, काम-धंधे और व्यवसाय।
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आवास:
- पशु, पक्षी, और मनुष्य के विभिन्न आवास, स्वस्थ जीवन के लिए आवास की विशेषताएँ।
- स्थानीय इमारतों की सुरक्षा, सार्वजनिक संपत्ति और राष्ट्रीय धरोहरों की देखभाल।
- उत्तम आवास और उसके निर्माण में उपयोग की जाने वाली सामग्री, निर्माण सामग्री की गणना।
- शौचालय की स्वच्छता और परिवेश की साफ-सफाई।
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भोजन और आदतें:
- भोजन की आवश्यकता और इसके घटक। फल और सब्जियों का महत्व।
- भोज्य पदार्थों का स्वस्थ संयोजन और विभिन्न आयु वर्ग के लिए उचित भोजन।
- भोजन की स्वच्छता, खाद्य सुरक्षा और संसाधनों की रक्षा।
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पानी और हवा:
- जीवन के लिए स्वच्छ पानी और हवा की आवश्यकता।
- जल चक्र, जलवायु परिवर्तन और स्थानीय मौसम की समझ।
- जल स्रोतों का संरक्षण, पानी और वायु प्रदूषण से होने वाले रोग और उनका उपचार।
- अपशिष्ट प्रबंधन, प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के उपाय।
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प्राकृतिक वस्तुएं और कृषि:
- मिट्टी, पानी, बीज, और फसल का संबंध। जैविक और रासायनिक खाद का उपयोग।
- फसलें और उनके उत्पादन क्षेत्र, कृषि कार्य और उपकरणों की जानकारी।
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मानव निर्मित साधन और उनका प्रभाव:
- वनों की कटाई, शहरीकरण, और पारिस्थितिक संतुलन पर प्रभाव।
- ओजोन परत क्षय, अम्लीय वर्षा, ग्लोबल वार्मिंग, ग्रीनहाउस प्रभाव, और इनके वैज्ञानिक निदान।
- पालिथिन और प्लास्टिक का उपयोग, उनका अपघटन, जीवाश्म ईंधन के उपयोग के प्रभाव।
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अंतरिक्ष विज्ञान:
- अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का परिचय और उनके अंतरिक्ष में जीवन बिताने के अनुभव।
- अंतरिक्ष यान, अंतरिक्ष खोजें और जीवन की संभावनाओं से जुड़े वैज्ञानिक तथ्य।
B. पेडागॉजिकल मुद्दे (Pedagogical Issues) - 10 प्रश्न
- पर्यावरण अध्ययन की अवधारणा और इसकी आवश्यकता।
- पर्यावरणीय शिक्षा का महत्व और समेकित पर्यावरणीय शिक्षा की भूमिका।
- पर्यावरणीय शिक्षा का विज्ञान और सामाजिक विज्ञान से सहसंबंध।
- अवधारणाओं को समझाने के लिए प्रविधियाँ और गतिविधियाँ जैसे भ्रमण, प्रयोगात्मक कार्य, और प्रोजेक्ट कार्य।
- समूह शिक्षण, चर्चा, और परिचर्चा के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया।
- सतत-व्यापक मूल्यांकन और बच्चों की लिखित व मौखिक अभिव्यक्ति के विकास के अवसर।
- पर्यावरणीय शिक्षा में स्थानीय समस्याओं का समाधान ढूंढने की क्षमता का विकास।
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